Vitamin B Complex – शरीर के लिए फायदे और जरूरी जानकारी
Vitamin B Complex हमारे शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्वों का समूह है, जो स्वस्थ विकास, मस्तिष्क की कार्यक्षमता, ऊर्जा उत्पादन और पाचन तंत्र की मजबूती में अहम भूमिका निभाता है। यह एक अकेला विटामिन नहीं बल्कि कई B-विटामिन्स का संयोजन है, जो मिलकर शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करते हैं।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे—
▪️विटामिन B के प्रकार
▪️उनके कार्य
▪️प्राकृतिक स्रोत
▪️विटामिन B की कमी के लक्षण
▪️इससे जुड़ी बीमारियां
▪️और इसके आयुर्वेदिक व घरेलू उपचार
-:Vitamin B के प्रकार और उनके कार्य:-
- B1 थायमिन (Thiamine) – ऊर्जा उत्पादन, तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाना
- B2 राइबोफ्लेविन (Riboflavin) – त्वचा, बाल और आँखों के लिए फायदेमंद
- B3 नियासिन (Niacin) – पाचन तंत्र को बेहतर बनाना, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करना
- B5 पैंटोथेनिक एसिड (Pantothenic acid) – हार्मोन संतुलन, त्वचा की मरम्मत
- B6 पाइरीडॉक्सिन (Pyridoxine) – मस्तिष्क की सेहत, मूड सुधार, रक्त निर्माण
- B7 बायोटिन (Biotin) – बालों और नाखूनों की मजबूती
- B9 फोलिक एसिड (Folic Acid) – गर्भावस्था में जरुरी, डीएनए निर्माण
- B12 कोबालामिन (Cobalamin) – रक्त निर्माण, न्यूरोलॉजिकल कार्य
-:Vitamin B के प्राकृतिक स्रोत:-
शाकाहारी स्रोत-
- हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी, सरसों)
- दालें, अंकुरित अनाज (मूंग, चना)
- ब्राउन राइस, दलिया
- केला, संतरा
- बादाम, अखरोट
- दूध और दूध से बने पदार्थ (पनीर, दही)
मांसाहारी स्रोत-
- अंडा, चिकन, मछली
- रेड मीट (बीफ, पोर्क)
- लीवर (जिगर)
- सी फूड
*विशेष ध्यान दें :- विटामिन B12 मुख्यतः मांसाहारी खाद्य में पाया जाता है। शाकाहारी लोगों को B12 की कमी हो सकती है।
Vitamin B की कमी के लक्षण
विटामिन B की कमी से कई तरह के शारीरिक व मानसिक लक्षण उत्पन्न होते हैं :-
- थकान और कमजोरी
- चिड़चिड़ापन, अवसाद
- मुँह के छाले, सूजन
- बालों का झड़ना
- त्वचा पर रूखापन और दाग
- ध्यान की कमी
- याददाश्त कमजोर होना
- पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
- आंखों में जलन या धुंधला दिखाई देना
Vitamin B की कमी से होने वाली बीमारियां
विटामिन B-कॉम्प्लेक्स के अलग-अलग विटामिन की कमी से शरीर में अलग-अलग बीमारियां उत्पन्न होती है। आगे विटामिन B1 से B12 की कमी से जुड़ी बीमारियों को विस्तार से जानेंगे :-
1. विटामिन B1 (Thiamine) की कमी – बेरी-बेरी (Beriberi)
लक्षण
- हाथ – पैर में कमजोरी और सूजन
- मांसपेशियों में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ (wet beriberi)
- नर्वस सिस्टम डैमेज (dry beriberi)
- याददाश्त कमजोर, भ्रम की स्थिति
नुकसान
- दिल की कमजोरी (हृदय विफलता)
- तंत्रिका तंत्र क्षतिग्रस्त होना
- Wernicke-Korsakoff Syndrome (गंभीर मस्तिष्क विकार)
उपचार
- थायमिन सप्लिमेंट या इंजेक्शन
- गेहूं, दलिया, मटर, मूंगफली, दालें सेवन करें
- शराब से दूर रहें (यह थायमिन की कमी बढ़ाता है)
2. विटामिन B2 (Riboflavin) की कमी – त्वचा
और आंखों की समस्याएं
लक्षण
- होंठों में दरार, जीभ में जलन
- आंखों में जलन, पानी आना, रोशनी में चुभन
- चेहरे पर रेडिश पैचेस, स्किन रैश
नुकसान
- आंखों की रेटिना में बदलाव
- संक्रमण का खतरा बढ़ता है
उपचार
- दूध, दही, अंडा, पनीर सेवन करें
- B2 युक्त मल्टीविटामिन सप्लिमेंट
3. विटामिन B3 (Niacin) की कमी – पेलाग्रा
(Pellagra)
लक्षण (3D लक्षण)
- Dermatitis – त्वचा पर जलन और रैश
- Diarrhea – लगातार दस्त
- Dementia – स्मृति दोष, भ्रम
नुकसान
- मानसिक विकृति, मतिभ्रम (delusion)
- अनियंत्रित वजन घटाव
- सही ईलाज ना होने पर मृत्यु
उपचार
- नियासिन सप्लिमेंट (Nicotinamide)
- मूंगफली, मशरूम, चिकन, मांसाहारी आहार लें
4. विटामिन B5 (Pantothenic Acid) की कमी
– दुर्लभ लेकिन प्रभावी
लक्षण
- थकान, सिरदर्द
- पैर में जलन या चुभन का अनुभव (burning feet syndrome)
- अनिद्रा, चिड़चिड़ापन
नुकसान
- हार्मोन असंतुलन
- न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
उपचार
- ब्रोकली, मशरूम, मटर, दालें खाएं
- सप्लिमेंट्स अगर कमी गंभीर हो
5. विटामिन B6 (Pyridoxine) की कमी –
मानसिक और तंत्रिका समस्याएं
लक्षण
- चिड़चिड़ापन, अवसाद
- जीभ और मुंह में सूजन
- मुँह के छाले
- हाथ-पैर में सुन्नपन या झनझनाहट
नुकसान
- एनीमिया
- दौरे (seizures), खासकर बच्चों में
- इम्युनिटी में गिरावट
उपचार
- केला, सूरजमुखी के बीज, चना, चावल
- डॉक्टर की सलाह से B6 सप्लिमेंट
6. विटामिन B7 (Biotin) की कमी – बाल और
त्वचा से जुड़ी समस्याएं
लक्षण
- बालों का झड़ना
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- थकान, अवसाद
- नाखून कमजोर होना
नुकसान
- गंभीर बाल झड़ने की समस्या (Alopecia)
- त्वचा की एलर्जी
उपचार
- अंडा की जर्दी, केला, दूध, नट्स
- बायोटिन सप्लिमेंट
7. विटामिन B9 (Folic Acid) की कमी –
एनीमिया और भ्रूण संबंधी समस्याएं
लक्षण
- थकावट, सांस फूलना
- चक्कर आना
- गर्भावस्था में Neural tube defect (NTD)
नुकसान
- ️मेगालोब्लास्टिक एनीमिया
- भ्रूण विकास में रुकावट
- हृदय रोग का खतरा
उपचार
- पालक, चुकंदर, ब्रोकली, संतरा
- गर्भवती महिलाओं को नियमित फोलिक एसिड
- सप्लिमेंट
8. विटामिन B12 (Cobalamin) की कमी –
न्यूरोलॉजिकल और खून की बीमारी
लक्षण
- हाथ-पैर में झनझनाहट
- थकान, अवसाद
- याददाश्त कमजोर होना
- जीभ पर जलन, मुंह में छाले
नुकसान
- ️मेगालोब्लास्टिक एनीमिया
- रीड की हड्डी और मस्तिष्क की क्षति
- मनोवैज्ञानिक विकृति (delusion,psychosis)
उपचार
- सप्लिमेंट (Methylcobalamin टेबलेट/इंजेक्शन)
- मांसाहारी लोग :- मछली, अंडा, मीट
- शाकाहारी लोग :- B12 फोर्टिफाइड फूड्स + सप्लिमेंट
किन लोगों को अधिक जोखिम होता है?
- शाकाहारी व्यक्ति (विशेषकर B12 की कमी)
- गर्भवती महिलाएं
- वृद्ध व्यक्ति
- शराब पीने वाले
- लंबे समय तक एंटीबायोटिक या एंटासिड लेने वाले लोग
- गैस्ट्रिक बायपास या पेट की सर्जरी से गुजरे लोग
आयुर्वेदिक और घरेलू उपचार
1. आंवला और एलोवेरा
- आंवला में विटामिन C के साथ-साथ B कॉम्प्लेक्स का अच्छा स्रोत होता है।
- रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच आंवला रस और एलोवेरा जूस लें।
2. गेहूं के अंकुरित पौधे (Wheatgrass)
- यह विटामिन B12 का प्राकृतिक स्रोत माना जाता है।
- ताजा जूस बनाकर सेवन करें।
3. अंकुरित अनाज
- मूंग, चना, मोठ आदि को अंकुरित कर रोज़ सुबह खाएं।
- इनमें B1, B2, B3 और B9 प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
4. हर्बल चाय
- तुलसी, गिलोय और दालचीनी की चाय से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और B विटामिन की पूर्ति होती है।
5. च्यवनप्राश
- यह एक आयुर्वेदिक रसायन है जो संपूर्ण विटामिन व मिनरल का स्रोत है।
सप्लिमेंट्स की आवश्यकता कब?
अगर खुराक से आवश्यक मात्रा पूरी नहीं हो रही है या B12 की गंभीर कमी हो तो डॉक्टर की सलाह पर निम्नलिखित सप्लिमेंट्स लिए जा सकते हैं:-
- Methylcobalamin B12 टेबलेट / इंजेक्शन
- Folic Acid टेबलेट
- B-Complex कैप्सूल / सिरप
⚠️ बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक सप्लिमेंट न लें
विटामिन B युक्त दैनिक डाइट चार्ट
सुबह (नाश्ता) :-
- अंकुरित मूंग या चना + 1 केला
- दूध या छाछ
दोपहर (लंच) :-
- ब्राउन राइस + दाल + पालक की सब्जी
- सलाद (गाजर, टमाटर)
शाम (स्नैक) :-
- सूखे मेवे (बादाम, अखरोट)
- नारियल पानी
रात (डिनर) :-
- मल्टीग्रेन रोटी + मिक्स सब्जी
- दही
सोने से पहले :-
- गुनगुना दूध (अगर पचता हो)
विटामिन B और मानसिक स्वास्थ्य
- B6 और B12 डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे “हैप्पी हार्मोन्स” के निर्माण में मदद करते हैं।
- B विटामिन की कमी डिप्रेशन, एंग्जायटी और ब्रेन फॉग का कारण बन सकती है।
- छात्रों, ऑफिस वर्कर और तनाव से जूझ रहे व्यक्तियों को B कॉम्प्लेक्स युक्त आहार लेना चाहिए।
निष्कर्ष
Vitamin B एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर के हर भाग की मूलभूत क्रियाओं से जुड़ा है — चाहे वो दिमाग हो, मांसपेशियां हों, त्वचा हो या पाचन तंत्र। इसकी कमी से शरीर पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए जरूरी है कि हम अपने आहार में विटामिन B से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें और जरूरत अनुसार आयुर्वेदिक या चिकित्सीय सलाह लेकर उपचार करें।
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