Vitamin C (विटामिन C): फायदे, कमी और प्राकृतिक स्रोत

विटामिन C (Ascorbic Acid) वह पोषक तत्व है, जिसे डॉक्टर से लेकर nutrition experts तक “Natural Shield” कहते हैं। यह विटामिन हमारे शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत, स्किन को glowing और cells को energetic बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। Vitamin C wound healing (घाव भरना), iron absorption और ageing को slow करने में भी मदद करता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारा शरीर इसे स्टोर नहीं कर पाता, इसलिए Vitamin C युक्त आहार का रोजाना सेवन ही सेहत का असली राज है।Vitamin C

-:Vitamin C के मुख्य कार्य:-

1. कोलेजन निर्माण में मदद – यह त्वचा, लिगामेंट, रक्त
वाहिकाओं और हड्डियों के लिए आवश्यक प्रोटीन को
बनाने में सहायक है।

2. एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य – यह शरीर में हानिकारक   मुक्त कणों से लड़ता है और कोशिकाओं को नुकसान से          बचाता है।

3. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना – विटामिन C
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

4. आयरन के अवशोषण में सहायक – “विटामिन C”
भोजन से आयरन को शरीर में बेहतर तरीके से अवशोषित        करने में मदद करता है।

5. घाव भरने में मदद – त्वचा के घावों को जल्दी भरने में
यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

-:Vitamin C के प्राकृतिक स्रोत:-

विटामिन C प्रमुख रूप से फलों और सब्जियों में पाया जाता है। इसके कुछ प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं :-

फल :-

  • आंवला (Indian Gooseberry) – सबसे                     शक्तिशाली  स्रोत
  • नींबू
  • संतरा
  • मौसंबी
  • पपीता
  • कीवी
  • अनन्नास
  • स्ट्रॉबेरी
  • अंगूर

सब्जियां :-

  • शिमला मिर्च (Bell Pepper)
  • टमाटर
  • ब्रोकोली
  • पालक
  • हरा धनिया
  • गोभी (Cauliflower)
  • पत्तागोभी (Cabbage)
  • हरा मटर

✳️ अन्य स्रोत:-

  • टमाटर सूप
  • नींबू पानी
  • ताजे फलों का रस
  • हर्बल टी (अदरक-नींबू युक्त)

-:विटामिन C की दैनिक आवश्यकता (RDA):-

पुरुष (18 वर्ष से ऊपर)                         90 मिग्रा
महिलाएं                                            75 मिग्रा
गर्भवती महिलाएं                                  85 मिग्रा
स्तनपान कराने वाली महिलाएं                120 मिग्रा
बच्चे (1-9 वर्ष)                              15–45 मिग्रा

ध्यान दें:- धूम्रपान करने वालों को विटामिन C की
अधिक आवश्यकता होती है।

-:Vitamin C की कमी के कारण:-

1. एक ही प्रकार का भोजन करना (डाइट में विविधता की            कमी)
2. फल और हरी सब्जियां कम खाना
3. अत्यधिक पकाए गए या प्रोसेस्ड फूड का सेवन
4. धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन
5. पाचन संबंधी समस्याएं
6. बुजुर्गों में पोषण की कमी
7. आर्थिक या सामाजिक कारणों से सही आहार न मिलना

-:Vitamin C की कमी के लक्षण:-

1. लगातार थकावट और कमजोरी
2. मसूड़ों से खून आना या सूजन
3. बालों का झड़ना
4. त्वचा पर रूखापन और चकत्ते
5. घाव का जल्दी न भरना
6. हड्डियों और जोड़ों में दर्द
7. इम्यूनिटी का कमजोर होना – बार-बार सर्दी-खांसी
8. अवसाद और चिड़चिड़ापन

-:Vitamin C की कमी से होने वाली बीमारियां:-

1. स्कर्वी (Scurvy)
यह विटामिन C की अत्यधिक कमी के कारण होने वाली          गंभीर बीमारी है।
नुकसान:-

  • मसूड़े सड़ जाते हैं और खून बहता है
  • दाँत गिरने लगते हैं
  • त्वचा पर नीले निशान उभरते हैं
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है
  • व्यक्ति धीरे-धीरे कमजोर होकर चलने-फिरने में भी असमर्थ हो जाता है

2. रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी
बार-बार वायरल संक्रमण, खांसी, सर्दी-जुकाम और बुखार        होना आम हो जाता है।

3. त्वचा संबंधी समस्याएं
त्वचा पर पिगमेंटेशन, ड्राई स्किन, दाने, और रैशेज उभरने        लगते हैं।

4. घाव भरने में देरी
चोट लगने पर घाव जल्दी नहीं भरते, जिससे इन्फेक्शन का        खतरा बढ़ जाता है।

-:Vitamin C की कमी का उपचार:-

 1. आहार में सुधार करें

  • रोज कम से कम 2-3 खट्टे फल जरूर लें
  • सब्जियों को हल्का पका कर या कच्चा सलाद के रूप में लें
  • सुबह खाली पेट 1-2 आंवला या नींबू पानी लें
  • ताजे जूस या हर्बल टी लें

2. विटामिन C की टैबलेट या सप्लीमेंट्स

  • डॉक्टर की सलाह से विटामिन C की टैबलेट (जैसे Celin        500mg) ले सकते हैं
  • अत्यधिक सेवन से पेट में गैस, डायरिया या मितली हो
    सकती है – अतः सही मात्रा जरूरी है

3. नियमित व्यायाम और अच्छी नींद
विटामिन C का पूरा लाभ लेने के लिए शरीर को सक्रिय           और तनावमुक्त रखें।

-:घरेलू उपाय (आयुर्वेदिक/प्राकृतिक तरीके):-

  • सुबह खाली पेट 1-2 आंवला खाना – विटामिन C का
    प्राकृतिक स्रोत और इम्यून बूस्टर हैं
  • नींबू पानी में थोड़ा शहद मिलाकर लेना – शरीर को डिटॉक्स करता हैं
  • हरा धनिया और पुदीना का रस –  पेट व त्वचा के लिए
    लाभकारी होता हैं
  •  ताजे फलों का सलाद – दिनभर की ऊर्जा और विटामिन           की पूर्ति करने में सहायक हैं

कुछ जरूरी तथ्य (Facts):-

  • विटामिन C गर्मी से नष्ट हो सकता है, इसलिए फल-
    सब्जियां ज्यादा न पकाएं।
  • विटामिन C शरीर में स्टोर नहीं होता, इसलिए नियमित
    रूप से लेना जरूरी है।
  • धूम्रपान करने वाले लोगों में इसकी कमी जल्दी होती है।
  • आंवला में संतरे से 10 गुना ज्यादा विटामिन C होता है।

निष्कर्ष (Conclusion):-

विटामिन C केवल एक पोषक तत्व नहीं बल्कि एक जीवन रक्षक तत्व है, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, त्वचा, हड्डियां और मानसिक स्वास्थ्य तक को प्रभावित करता है। इसकी नियमित पूर्ति हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है।
आप अपने आहार में थोड़े से बदलाव करके विटामिन C की पूर्ति कर सकते हैं और खुद को कई गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं।

 

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