डेंगू क्या है? कारण, लक्षण, बचाव और इलाज की पूरी जानकारी
Dengue एक वायरस संक्रमण है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह बीमारी डेंगू वायरस (DENV) के चार प्रकारों(DENV-1,DENV-2,DENV-3,DENV-4) में से किसी एक के कारण हो सकती है। यह मच्छर दिन के समय, विशेषकर सुबह और शाम को अधिक सक्रिय होता है। यदि कोई डेंगू से पीड़ित रोगी एक बार स्वस्थ हो जाता है, तो उसमें केवल उसी वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है, जिससे वह संक्रमित हुआ है।उस व्यक्ति में बाकी बचें तीन वायरस से संक्रमण का खतरा बना रहता हैं।
-:Dengue के प्रमुख कारण :-
1. एडीज मच्छर का काटना (जो पहले से DENV
वायरस से संक्रमित हो)
2. गंदे और ठहरे हुए पानी में मच्छरों का पनपना
3. बारिश के मौसम में पानी का जमाव
4. संक्रमित व्यक्ति को मच्छर का काटना और फिर उसी
मच्छर द्वारा दूसरे को काटना
-:Symptoms of Dengue/डेंगू के लक्षण:-
- डेंगू बुखार सामान्यतः संक्रमण के 4-10 दिन बाद
लक्षण दिखाता है। - तेज बुखार (102°F से अधिक)
- सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
- मांसपेशियों और जोड़ो में दर्द (इसे “हड्डी तोड़ बुखार” भी कहते हैं)
- थकान और कमजोरी
- त्वचा पर लाल चकत्ते (Rashes)
- मतली और उल्टी
- प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट
- नाक या मसूड़ों से खून आना (गंभीर मामलों में)
-:Dengue से बचाव के उपाय:-
मच्छर के प्रजनन को रोकें :-
▪️पानी जमा न होने दें (कूलर, गमले, टायर आदि में)
व्यक्तिगत सुरक्षा :-
▪️फुल आस्तीन के कपड़े पहनें
▪️मच्छरदानी का प्रयोग करें
▪️मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं
घर में सफाई बनाए रखें :-
▪️कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें
▪️घर के आसपास की नालियों को साफ रखें
सावधानी :-
▪️दिन में सोते समय भी मच्छरदानी का प्रयोग करें
(एडीज मच्छर दिन में काटता है)
-:Dengue का आयुर्वेदिक उपचार:-
*गिलोय (Tinospora cordifolia):-
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- 1 कप गिलोय का काढ़ा दिन में दो बार
*पपीते के पत्तों का रस:-
- प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक
- 2 चम्मच रस दिन में 2-3 बार
*तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा
- बुखार नियंत्रित करता है
- 5 तुलसी पत्ते + 2 काली मिर्च उबालें, दिन में दो बार सेवन करें
*अनार और गाजर का जूस
- खून की मात्रा और प्लेटलेट्स के लिए उपयोगी
*नारियल पानी और तरल पदार्थ
- शरीर को हाइड्रेट रखता है और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक
नोट :- डेंगू में आयुर्वेदिक उपचार को केवल सहायक चिकित्सा के रूप अपनाएं । डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।
-:डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें?:-
- प्लेटलेट्स 20,000 से नीचे गिर जाएं
- अत्यधिक कमजोरी या चक्कर
- नाक से खून बहना या पेशाब में खून
- बार-बार उल्टी
-:निष्कर्ष (Conclusion):-
Dengue एक गंभीर लेकिन नियंत्रण योग्य बीमारी है। समय पर डेंगू के लक्षणों की पहचानकर डॉक्टरी और आयुर्वेदिक उपचार से स्वस्थ हो सकते है। स्वस्थ दिनचर्या और स्वच्छता ही डेंगू से सबसे बड़ा बचाव है।
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