Obesity/मोटापा के कारण और इससे होने वाली समस्याएं।

Obesity/मोटापा :-

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती जीवनशैली में मोटापा (Obesity) एक सामान्य और गंभीर समस्या बनती जा रही है। मोटापा न सिर्फ शरीर की सुंदरता को प्रभावित करता है, बल्कि यह डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, थायरॉयड, जोड़ों का दर्द और कई अन्य बीमारियों को उत्पन्न करता है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे :-

Obesity/ मोटापा क्या है?, लक्षण, कारण, बचाव, डाइट चार्ट, एक्सरसाइज, योगा, आयुर्वेदिक दृष्टिकोण और घरेलू नुस्खे।

Obesity

Obesity /मोटापा क्या है?

मोटापा तब होता है जब शरीर में आवश्यकता से अधिक चर्बी (Fat) जमा हो जाती है। यह चर्बी धीरे-धीरे शरीर की कार्यक्षमता को प्रभावित करने लगती है।

Body Mass Index (BMI) के अनुसार :-

BMI                          Result


18.5–24.9                    सामान्य


25–29.9                    Overweight


30 या अधिक                मोटापा (Obesity)


अपना BMI  जानने के लिए निम्न Formula का उपयोग करें :-

BMI = Weight (kg) ÷  Hight² (meter)

 

-: Obesity/मोटापे के लक्षण :-

1. थकान और आलस रहना
2. सांस फूलना
3. पसीना अधिक आना
4. शरीर में सूजन
5. नींद की कमी
6. कमर, पेट और जांघों में चर्बी बढ़ना
7. ब्लड प्रेशर या शुगर का बढ़ना
8. पीठ या घुटनों में दर्द

-: Obesity/मोटापे के मुख्य कारण :-

1. असंतुलित खानपान – अधिक तेल, घी, जंक फूड, मीठा और प्रिजर्वड भोजन।

2. शारीरिक गतिविधि की कमी – दिन भर बैठकर काम करना,एक्सरसाइज ना करना।

3. तनाव और अनिद्रा – Cortisol हार्मोन असंतुलन से चर्बी बढ़ती है।
4. अनुवांशिकता (Genetics) – परिवार में मोटापे का       इतिहास।
5. हार्मोनल असंतुलन – थायरॉयड, इंसुलिन रेजिस्टेंस,     PCOS इत्यादि।
6. दवाइयों का प्रभाव – स्टेरॉयड या एंटी-डिप्रेसेंट्स के लागातार सेवन।

 

-: Obesity/मोटापे से बचाव के उपाय :-

1. संतुलित और पौष्टिक आहार लें।

2. रोजाना कम से कम 30–45 मिनट चलें या वॉक करें।

3. पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं।

4. समय पर और पर्याप्त नींद लें।

5. स्ट्रेस कम करें, मेडिटेशन अपनाएं।

6. स्क्रीन टाइम (Mobile/TV) कम करें।

 

Obesity/मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान

सुबह खाली पेट – गुनगुना नींबू पानी।

नाश्ता (8–9 AM)   – ओट्स, उपमा या मल्टीग्रेन
पराठा + छाछ।

मिड-मॉर्निंग – 1 फल (सेब/अमरूद) या नारियल
पानी।

दोपहर का भोजन – 1 कटोरी ब्राउन राइस या
रोटी + सब्जी + दाल + सलाद।

शाम (4–5 PM) – ग्रीन टी + मखाना या भुना चना।

रात का खाना – हल्की सब्जी + सलाद + 1-2 रोटी
(गेहूं/जौ/बाजरा)।

सोने से पहले – 1 गिलास हल्दी दूध या त्रिफला चूर्ण
जल के साथ।

 

परहेज :-  चीनी, सफेद ब्रेड, डीप फ्राइड चीजें, रेड
मीट, पैकेज्ड स्नैक्स और अन्य फास्ट फूड।

 

Obesity/मोटापा कम करने के लिए प्रभावी एक्सरसाइज

1. ब्रिस्क वॉकिंग/ तेज कदमों से चलना (30 मिनट)

2. जॉगिंग या रनिंग (15–20 मिनट)

3. साइकलिंग और स्किपिंग (रस्सी कूदना)

4. पुश-अप्स, स्क्वैट्स, प्लैंक

5. डांस या जुंबा (Fun तरीके से फैट बर्न)

 

*शुरुआत धीरे करें और फिर धीरे-धीरे समय और

repetitions बढ़ाएं।

 

Obesity/मोटापा घटाने वाले प्रमुख योगासन

1. सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) – संपूर्ण शरीर
को फिट रखने वाला योग।

2. पवन मुक्तासन – पेट की चर्बी कम करने में सहायक।

3. भुजंगासन – पेट और कमर की चर्बी कम करता है।

4. कपालभाति प्राणायाम – पाचन और मेटाबोलिज्म तेज
करता है।

5. त्रिकोणासन – पेट और जांघों पर कार्य करता है।

*नियमित अभ्यास से वजन में सुधार स्पष्ट दिखेगा।

 

आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से मोटापा

आयुर्वेद के अनुसार मोटापा कफ दोष की वृद्धि से होता है। जब कफ अधिक होता है तो शरीर में स्थूलता, आलस, भारीपन और भूख में असंतुलन उत्पन्न होता है। जिससे मोटापा के साथ -साथ अन्य कई बिमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।

 

Obesity के लिए आयुर्वेदिक औषधियां

त्रिफला चूर्ण

मोटापा घटाने की प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि।

यह कैसे लाभकारी है? :-
त्रिफला तीन फलों (हरड़, बहेड़ा और आंवला) का मिश्रण है जो शरीर को अंदर से साफ करता है। यह मेटाबोलिज्म को तेज करता है, कब्ज दूर करता है और फैट को जलाने में मदद करता है।

कैसे सेवन करें? :-
1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ रात में सोने से पहले लें।


 मेदोहर गुग्गुलु

पेट की चर्बी के लिए असरदार आयुर्वेदिक गोली।

यह कैसे लाभकारी है? :-
मेदोहर गुग्गुलु वसा कोशिकाओं को तोड़कर वजन घटाने में सहायक है। यह हार्मोनल मोटापा जैसे – थायरॉयड या पीसीओएस में भी फायदेमंद है। यह कफ और मेद दोष को संतुलित करता है।

कैसे सेवन करें? :-
1 से 2 गोली, दिन में 2 बार भोजन के बाद गुनगुने पानी से (वैद्य की सलाह से)


 त्रिकटु चूर्ण

पाचन और चर्बी दोनों का समाधान।

यह कैसे लाभकारी है? :-
त्रिकटु में सौंठ, पिपली और काली मिर्च होती है, जो पाचन शक्ति बढ़ाकर फैट(चर्बी)को तेजी से जलाने में मदद करता है। यह गैस, भारीपन और अपच से राहत देता है।

कैसे सेवन करें? :-
½ चम्मच त्रिकटु चूर्ण शहद के साथ दिन में दो बार लें।


 लौकी का रस + त्रिकटु

पेट की चर्बी के लिए सुबह का सर्वोत्तम ड्रिंक।

यह कैसे लाभकारी है? :-
लौकी का रस हल्का और ठंडक देने वाला होता है। जब इसे त्रिकटु के साथ लिया जाए तो यह पेट की चर्बी को तेजी से घटाता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।

कैसे सेवन करें? :-
1 गिलास ताजा लौकी का रस + ½ चम्मच त्रिकटु चूर्ण सुबह खाली पेट


गुग्गुलु

आयुर्वेदिक राल जो फैट को गलाता है

यह कैसे लाभकारी है? :-
गुग्गुल शरीर की metabolism को तेज करता है और थायरॉयड ग्रंथि को सक्रिय करता है। यह कोलेस्ट्रॉल कम करने और वसा जलाने में असरदार है।

कैसे सेवन करें? :-
योगराज गुग्गुल या मेदोहर गुग्गुल के रूप में, दिन में 1–2 बार (वैद्य की सलाह से)


एलोवेरा रस

मोटापा कम करने वाला प्राकृतिक टॉनिक।

यह कैसे लाभकारी है? :-
एलोवेरा रस शरीर को डिटॉक्स करता है, पाचन सुधारता है और पानी की रिटेंशन को कम करता है। इससे ब्लोटिंग घटती है और वजन नियंत्रित होता है।

कैसे सेवन करें? :-
15–20 ml एलोवेरा रस को गुनगुने पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट लें।


नीम, गिलोय और हल्दी

मोटापा घटाने वाला आयुर्वेदिक डिटॉक्स कॉम्बो।

यह कैसे लाभकारी है? :-
यह संयोजन शरीर से विषैले तत्व निकालता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और सूजन
(inflammation) कम करता है। यह फैट सेल्स में इकट्ठे कफ दोष को संतुलित करता है।

कैसे सेवन करें? :-
10–15 ml नीम, गिलोय और हल्दी का जूस या काढ़ा सुबह खाली पेट लें।


इन्हें आयुर्वेदाचार्य की सलाह से लें।

 

-: Obesity /मोटापा घटाने के घरेलू नुस्खे :-

1. नींबू-शहद पानी
सुबह खाली पेट 1 गिलास गर्म पानी में नींबू और 1
चम्मच शहद मिलाकर पिएं।

2. अजवाइन पानी 
रातभर भिगोई गई अजवाइन को सुबह उबालकर
छानकर पीएं।

3. दालचीनी-शहद
गुनगुने पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर और
शहद मिलाकर लें।

4. जीरा पानी
1 चम्मच जीरा रात को भिगो दें, सुबह उबालें और
खाली पेट पिएं।

5. गिलोय और एलोवेरा का सेवन
शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालते हैं और वजन
नियंत्रित करते हैं।

-: निष्कर्ष (Conclusion) :-

मोटापा सिर्फ एक सौंदर्य समस्या नहीं है, यह शरीर की अंदरूनी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। इसे नियंत्रित करना जीवनशैली में थोड़े-से सुधार और अनुशासन से संभव है।

“थोड़ा-थोड़ा सही, पर हर दिन सुधार करें – यही स्थायी समाधान है।”

अगर आप वजन कम करने के लिए संकल्पित हैं, तो आज ही से इस लेख में बताई गई डाइट, एक्सरसाइज, योग और घरेलू उपायों को अपनाएं।

 

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