संदेश

मोतियाबिंद के कारण, लक्षण और समाधान।

चित्र
🧿  मोतियाबिंद (Cataract) – कारण,        लक्षण, उपचार और बचाव। परिचय :- मोतियाबिंद (Cataract) आंखों से संबंधित एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। इस बिमारी में आंखों के लेंस (lens) के ऊपर एक सफेद  परत जम जाती है। जिससे व्यक्ति की दृष्टि धुंधली हो जाती हैं।ऐसी स्थिति में किसी भी वस्तु साफ और स्पष्ट देखने में परेशानी होती है। यह समस्या आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होती है, लेकिन कभी-कभी यह युवाओं या बच्चों में भी देखी जा सकती है। जब आंखों का प्राकृतिक लेंस धुंधला होने लगता है, तो रोशनी रेटिना तक सही ढंग से नहीं पहुंच पाती, जिससे दृष्टि कमजोर होती है। ✅ मुख्य कारण (Causes) मोतियाबिंद कई कारणों से हो सकता है, जिनमें प्रमुख हैं :- 1. उम्र बढ़ना (Ageing) : 50 वर्ष से ऊपर की आयु में     यह समस्या सामान्य है। 2. डायबिटीज : मधुमेह से पीड़ित लोगों को मोतियाबिंद     जल्दी हो सकता है। 3. धूप के संपर्क में रहना : अधिक समय तक UV किरणों     के संपर्क में आने से आंखें प्रभावित होती हैं। 4. आंखों में चोट लगना या ऑपरेशन होना। 5. अनुवांशिक कारण (Genetic)...

आंखों की सामान्य समस्याएं और समाधान।

चित्र
  आंखों की सामान्य समस्याएं : कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी, मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन पर घंटों बिताना, नींद की कमी, और गलत खानपान हमारी आंखों की सेहत पर गहरा असर डालते हैं। इस लेख में हम आंखों से जुड़ी सामान्य समस्याओं, उनके कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक व घरेलू उपचार विस्तार से जानेंगे। 1. आंखों में जलन (Burning Eyes) ✔ कारण: लंबे समय तक स्क्रीन देखना नींद की कमी धूल या प्रदूषण ✔ लक्षण: आंखों में चुभन और गर्मी  पलकों का भारीपन ✔ आयुर्वेदिक एवं घरेलू उपचार: त्रिफला जल से आंखें धोएं ठंडी गुलाब जल की पट्टी लगाएं  सौंफ और मिश्री का काढ़ा लें 2. आंखों का सूखापन (Dry Eyes) ✔ कारण: कम पलक झपकाना  लंबी स्क्रीन टाइम ✔ लक्षण: आंखों में रगड़ने की इच्छा धुंधला दिखाई देना ✔ उपचार: त्रिफला घृत का सेवन करें गुलाब जल की 2 बूंदें दिन में 2 बार डालें 3. आंखों का लाल होना (Redness in Eyes) ✔ कारण: नींद की कमी स्क्रीन स्ट्रेस  ✔ लक्षण: आंखों में लाल धागे जैसे नसें दिखना ✔ ...

"गठिया वात (Rheumatoid Arthritis)"

चित्र
  गठिया वात (Rheumatoid Arthritis): कारण, लक्षण, उपचार और घरेलू उपाय 🔶 परिचय  गठिया वात (Rheumatoid Arthritis) एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम अपने ही जोड़ों पर हमला करती है। जिससे सूजन, दर्द, जकड़न और धीरे-धीरे हड्डियों का क्षय होने लगता है। 🔶 गठिया के प्रमुख कारण प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी आनुवांशिकता वायरल/बैक्टीरियल संक्रमण हॉर्मोनल असंतुलन तनाव, मोटापा, अनियमित दिनचर्या 🔶 गठिया वात के लक्षण जोड़ों में सूजन, दर्द और गरमाहट  सुबह जोड़ों में जकड़न थकान, हल्का बुखार वजन घटना, कमजोरी 🔶 गठिया के प्रकार 1. Rheumatoid Arthritis (RA) यह सबसे आम प्रकार है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जोड़ों को नुकसान पहुंचाती है। 2. Osteoarthritis (OA) उम्र बढ़ने और जोड़ों के घिसने के कारण होता है। 3. Juvenile Arthritis बच्चों में होने वाला गठिया जिसमें जोड़ों के साथ-साथ त्वचा और आंखें भी प्रभावित हो सकती हैं। 4. Gout (गठिया पित्त) यह शरीर मे यूरिक एसिड के बढ़ने से होता है। इसके कारण जोड़ो, एड़ी, पैरों के अंगूठे...

"दांतों में होने वाली समस्याएं : कारण, लक्षण और उपचार"

चित्र
  🦷 बच्चों और वयस्कों में दांत की समस्या : कारण, लक्षण, देखभाल और आयुर्वेदिक उपचार परिचय : दांत हमारे शरीर का एक अहम हिस्सा हैं जो केवल भोजन चबाने के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे चेहरे की सुंदरता और आत्मविश्वास के लिए भी जरूरी हैं। इस लेख में हम जानेंगे दांतों की समस्याएं, कारण, लक्षण, घरेलू देखभाल और आयुर्वेदिक समाधान। 🧒 बच्चों में दांतों की सामान्य समस्याएं दूध के दांत समय से पहले गिरना दांतों में कीड़े लगना (Dental Caries) मसूड़ों की सूजन टेढ़े-मेढ़े दांत (Malalignment) सेंसिटिविटी मुंह से दुर्गंध 👨‍🦰 वयस्कों में आम दांत संबंधी समस्याएं  पायरिया (Periodontitis) टूथ डिके (Tooth Decay) दांतों में सेंसिटिविटी मसूड़ों से खून आना दांतों का ढीला होना पीलापन  ⚠️ दांतों की समस्याओं के कारण कारण विवरण 🍬 अधिक मीठा शक्कर से बैक्टीरिया सक्रिय होते हैं 🥤 जंक फूड और सॉफ्ट ड्रिंक दांतों की इनेमल कमजोर होती है 🪥 गलत ब्रशिंग मसूड़े औ...

"कान बहने की समस्या और समाधान"

चित्र
  👂 कान बहने की समस्या : कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान  कान बहना यानी ear discharge एक आम लेकिन नजरअंदाज ना की जाने वाली स्वास्थ्य समस्या है, जो बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी हो सकती है। आयुर्वेद में इसे "कर्णस्राव" कहा गया है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह सुनने की क्षमता पर बुरा असर डाल सकता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे – कान बहने के मुख्य कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार, घरेलू नुस्खे, और कब डॉक्टर से मिलना चाहिए। 🔍 कान बहना क्या है? (What is Ear Discharge?) कान बहना यानी कान से liquid, pus, या पानी जैसा कोई पदार्थ निकलना । यह कभी-कभी सामान्य हो सकता है जैसे कि वैक्स (ear wax), लेकिन जब यह पीला, सफेद या बदबूदार मवाद बन जाए तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। 👶 बच्चों में कान बहने के कारण (Causes of Ear Discharge in Children) सर्दी-खांसी या जुकाम के बाद कान में संक्रमण (Otitis Media) नहाने या तैरने से पानी का कान में जाना कान में वस्तु डालना (जैसे पेन, पेंसिल, बीज आदि) तेज आवाज या चोट लगना मध्यकर्ण (Middle Ear) में पस जम जाना बचपन...

"बच्चों को लगने वाले वैक्सीनेशन की पूरी जानकारी – समय, डोज और फायदे"

चित्र
हर माता-पिता की यह सबसे बड़ी चिंता होती है कि उनका बच्चा स्वस्थ रहे और बीमारियों से सुरक्षित रहे। जन्म के बाद से ही बच्चों को विभिन्न गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए वैक्सीनेशन (टीकाकरण) कराना बहुत जरूरी होता है। यह न केवल बच्चे की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, बल्कि कई जानलेवा रोगों से सुरक्षा भी प्रदान करता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि बच्चों को कौन-कौन से वैक्सीनेशन कब लगते हैं, उनकी कितनी डोज होती हैं, किस बीमारी से बचाते हैं और इसके लाभ क्या हैं। वैक्सीनेशन क्या है? वैक्सीनेशन या टीकाकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शरीर में किसी विशेष बीमारी से लड़ने की क्षमता विकसित करने के लिए टीका दिया जाता है। यह टीके वायरस या बैक्टीरिया के मारे हुए या कमजोर अंशों से बने होते हैं, जो शरीर मे उस बीमारी से लड़ने की क्षमता उत्पन्न करते हैं। भारत में बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शेड्यूल यह शेड्यूल भारत सरकार के Universal Immunization Program (UIP) के अनुसार है :- 👶 जन्म के समय (At Birth) टीका बीमारी डोज BCG टी.बी. 1 OPV-0 पोलियो 1 हेपेटाइटिस B-0 हेपेटाइटिस बी 1 ...

"बच्चों के Bedwetting का कारण, लक्षण व आयुर्वेदिक इलाज"

चित्र
  बच्चों के Bedwetting का कारण, लक्षण व आयुर्वेदिक इलाज 🌙 बच्चों का नींद में बिस्तर गीला करना (Bedwetting) – कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक समाधान लेखक :-  जीवन रक्षा टीम श्रेणी :- आयुर्वेद / बाल स्वास्थ्य 🔍 परिचय बच्चों का नींद में बिस्तर गीला करना यानी Bedwetting (रात्रि मूत्र स्राव) एक आम समस्या है। यह समस्या  5 से 12 वर्ष तक के बच्चों में अधिक देखने को मिलती है। आयुर्वेद में इसे शय्या मूत्र कहा गया है और यह वात और अपान वायु के असंतुलन से जुड़ी मानी जाती है। 📌 समस्या कितनी आम है? 5 वर्ष :- 15% बच्चे 10 वर्ष :- 5% 15+ वर्ष :- 1–2% 🧠 मुख्य कारण मूत्राशय का अधूरा विकास गहरी नींद तनाव या भावनात्मक परेशानी पारिवारिक इतिहास कब्ज की समस्या  रात में अत्यधिक तरल पदार्थ का सेवन 💡 आयुर्वेदिक दृष्टिकोण आयुर्वेद में इसे अपान वायु के असंतुलन से संबंधित समस्या  माना गया है। वात व कफ दोष इसके लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार होते हैं। ✅ लक्षण रात में अनजाने में पेशाब हो जाना बच्चे का शर्मिंदा होना  नींद से उ...